वजाइनल खुजली में होने वाली खुजली को न करें इग्नोर नहीं तो हो सकते हैं बड़े बीमारी का शिकार
फाइल फोटो


योनि यानी वजाइना, इसमें खुजली आम समस्या है, लेकिन कई बार ये खुजली भयंकर दर्द, सूजन और घाव का कारण भी बन सकती है इसलिए इसे इग्नोर करने की गलती न करें।
हालांकि इस समस्या के बारे में महिलाएं इतना खुलकर बात नहीं कर पाती, जिस वजह से ये परेशानी मामूली से गंभीर रूप धारण कर लेती है, तो आपको बता दें कि वजाइना में होने वाली तेज खुजली बैक्टीरियल, यीस्ट इन्फेक्शन या यौन संचारित रोगों (एसटीडी) की वजह से भी हो सकती है। जिसका जितना जल्द पता लग जाए उतना अच्छा। समय पर जरूरी उपचार की मदद से इसे ठीक किया जा सकता है। 

खुजली या जलन पैदा करने वाली चीजें

जलन पैदा करने वाले केमिकल के चलते वजाइना में खुजली हो सकती है। इन चीजों से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है, जिससे खुजली के साथ रैशेज भी हो सकते हैं। आजकल टीवी पर वजाइना को क्लीन रखने के लिए वजाइनल वॉश के बहुत एड आते हैं, महिलाएं इनके साइड इफेक्ट और इस्तेमाल के सही तरीके को जाने बगैर यूज करने लगती हैं। आपको बता दें, ये भी खुजली की वजह बन सकते हैं। इसके अलावा साबुन, बबल बाथ, फैब्रिक सॉफ्टनर, खुशबूदार टॉयलेट पेपर, सिंथेिटक कोटिंग वाले सैनिटरी नैपकिन भी खुजली के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। 

यीस्ट इन्फेक्शन

वजाइना में नेचुरली यीस्ट होती है, लेकिन ये नुकसानदायक नहीं होती, लेकिन जब इसकी ग्रोथ बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, तो इससे इन्फेक्शन हो सकता है। जिसे वजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन कहते हैं। इसकी वजह से भी खुजली की परेशान होती है। 

सेक्सुअली ट्रांसमिटेड बीमारी (STD)

शारीरिक संबंध बनाते समय सुरक्षात्मक तरीके ना अपनाए जाने से कई तरह की बीमारियों के होने की आशंका रहती है जिसे एसटीडी कहा जाता है। इसकी वजह से भी वजाइना में खुजली होती है। इनमें क्लेमाइडिया, जेनाइटल वार्ट्स, गोनोरिया, जेनाइटल हरपीज जैसी बीमारियां शामिल हैं। खुजली के साथ ही इन बीमारियों में हरे या पीले रंग का डिस्चार्ज भी हो सकता है और यूरिन करते वक्त जलन के साथ दर्द भी देखने को मिल सकता है। 

मेनोपॉज

मेनोपॉज के नजदीक होने या मेनोपॉज से गुजरने के बाद भी वजाइना में खुजली की समस्या हो सकती है। ऐसा एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी की वजह से होता है। इससे म्यूकस मेम्ब्रेन ड्राई हो जाती है। जिस वजह से खुजली होती रहती है। 


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