यूपी में आनलाइन हो रही प्रतिबंधित हलाल प्रमाणित उत्पादों की धड़ल्ले से बिक्री
फाइल फोटो


हलाल प्रमाणित उत्पादों की बिक्री पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन इसके बावजूद आनलाइन बाजार पर इसका असर नहीं दिख रहा। आनलाइन प्लेटफार्म पर हलाल प्रमाणन उत्पादों की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। सौंदर्य प्रसाधनों के अलावा खाद्य पदार्थों सहित तमाम सामान बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। दैनिक जागरण की टीम ने विभिन्न आनलाइन प्लेटफार्म पर प्रतिबंधित हलाल प्रमाणन उत्पादों की तलाश की।

आनलाइन हलाल प्रमाणन मेहंदी, लिपस्टिक, एलोवेरा जूस, आइ ड्राप समेत अन्य उत्पाद उपलब्ध हैं। पैकिंग पर बाकायदा हलाल प्रमाणन टैग लगा है। एसटीएफ, आरोपित कंपनियों के निदेशकों और प्रबंध समिति की प्रतिबंधित संस्था पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया), सिमी के अलावा वहादत-ए-इस्लामी और कट्टरपथी इस्लामिक संगठनों से संबंधों की तफ्तीश कर कानूनी कार्रवाई करेगी। आर्डर करने पर 24 घंटे में उत्पाद पते पर पहुंचने का विवरण था। इसी तरह एलोवेरा जूस और आइ ड्राप की बुकिंग करने पर एक दिन में निर्धारित था।

जमीनी स्तर पर तलाश, आनलाइन बिक्री पर बेखबर

सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाने के बाद जमीनी स्तर पर तो इन उत्पादों की बिक्री को रोकने के लिए पुलिस, एसटीएफ और खाद्य आपूर्ति विभाग की टीमें लगी हैं, लेकिन आनलाइन प्लेटफार्म की ओर अब तक इनकी निगाहें नहीं गईं। यही वजह है कि शनिवार को प्रतिबंध के बावजूद उत्पाद आनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध हैं। हलाल प्रमाणित उत्पादों पर प्रतिबंध के बाद इनकी बिक्री रोकने और जब्ती के लिए शुरू किया गया प्रदेशव्यापी छापेमारी अभियान जारी है। लखनऊ, अलीगढ़, फिरोजाबाद, वाराणसी, जौनपुर आदि जिलों में मंगलवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन(एफएसडीए) की टीमों ने कई जगह पर हलाल उत्पाद जब्त किए हैं। संबंधित विक्रेताओं को नोटिस भी जारी की है।

टेटर फंडिंग के आरोप पर भी जांच तेज

हजरतगंज कोतवाली में हलाल प्रमाणन कंपनी हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई, जमीयत उलेमा हिंद, हलाल काउंसिल और अन्य कंपनियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले भाजपा के पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा ने टेरर फंडिंग का आरोप लगाया है। उन्होंने अपनी तहरीर में लिखा था कि ये कंपनियां हलाल लिखे टूथपेस्ट, टूथब्रश, साबुन, तेल, केक, बिस्कुट, चायपत्ती, चीनी समेत अन्य उत्पादों की बिक्री से होने वाली आय का काफी अंश आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने वाले संगठनों को मुहैया करा रहे हैं। एसटीएफ की टीम ने टेरर फंडिंग के आरोपों से जुड़े सभी तथ्यों की जानकारी जुटाने में लगी है।


अधिक राज्य/उत्तर प्रदेश की खबरें