पीएम मोदी राम मंद‍िर प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्‍या पर अयोध्‍या पहुंचे सकते हैं
फाइल फोटो


रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अभिजित मुहूर्त (मध्याह्न 11:45 से 12:45 बजे) में होनी है। प्रधानमंत्री के आगमन का मिनट टू मिनट कार्यक्रम 24 से 72 घंटा पूर्व सुनिश्चित होगा, किंतु अभी यह माना जा रहा है कि प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व पूजन, प्रोटोकाल, आवागमन और सुरक्षा संबंधी व्यवस्था की दृष्टि से प्रधानमंत्री 11 बजे तक महोत्सव स्थल पर पहुंच जाएंगे।

इस अनुमान के विपरीत यह संभावना भी व्यक्त की जा रही है कि प्रधानमंत्री अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी की तरह रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के महनीय अवसर पर अयोध्या भी महोत्सव की पूर्व संध्या पर ही पहुंच सकते हैं। इतना ही नहीं रात्रि प्रवास के बाद 22 जनवरी के दिन का आरंभ वह सरयू स्नान के साथ उसी तर्ज पर करेंगे, जिस तर्ज पर वह कुछ बार काशी प्रवास के दौरान दिन की शुरुआत गंगा स्नान से कर चुके हैं।

प्रशासन इस संभावना की भी दृष्टि से तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा है। रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा और उसमें शामिल हो रहे प्रधानमंत्री की प्रोटोकाल के अनुरूप अगवानी एवं सुरक्षा संबंधी व्यापक व्यवस्था के संदर्भ में पुलिस एवं प्रशासन ने अभी से ही कसरत शुरू कर दी है।

पूर्व संध्या पर ही प्रधानमंत्री के आगमन की संभावनाओं को भी ध्यान में रख कर इस तैयारी के प्रति प्रशासन और भी सजगता बरत रहा है। सूत्रों के अनुसार प्रशासन अभी से ही उस स्थल को चयनित करने के प्रयास में लग गया है। यदि प्रधानमंत्री सरयू स्नान करते हैं, तो वहां प्रोटोकाल के हिसाब से सुरक्षा सुनिश्चित करने के भी लिए तैयारियां होने लगी हैं।

रामलला के साथ उनकी भक्ति भी होगी प्रतिष्ठित

पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री के आगमन की संभावना भले ही प्रशासन की धड़कन बढ़ाने वाली हो, किंतु जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य के लिए यह सोने पर सुहागा होगा। वह कहते हैं, प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से पूर्व प्रधानमंत्री रामनगरी में रात्रि प्रवास करें और सुबह सरयू स्नान करें, यह रामलला के विग्रह के साथ भक्ति भी प्रतिष्ठित करने वाला अवसर होगा।


अधिक राज्य/उत्तर प्रदेश की खबरें