सपा ने शुरू की पीडीए यात्रा, बोले अखिलेश - बीजेपी से संविधान को बचाना है
अखिलेश यादव


लखनऊ। लोकसभा सभा चुनाव 2024 के तहत सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी ने भी अपनी पीडीए यात्रा शुरू कर दी है। आज सपा के प्रांतीय कार्यालय से सपा नेता राहुल गौतम के नेतृत्व में एक पीडीए यात्रा की शुरुवात हुई है जिसे सपा अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हरी झंडी दिखा के रवाना किया। ये यात्रा यूपी के कई जिलों से होती हई 1 फरवरी को समाप्त होगी। लगभग 17 दिनों की इस यात्रा में सपा नेता कई जिलों के गांवों और कस्बों में प्रवास करके जनता को जागरूक करने का काम करेंगे।


इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए की ये यात्रा संविधान बचाओ यात्रा है। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह सत्ताधारी भाजपा लोकतंत्र की हत्या पर उतारू है उसे रोकने के लिए व सत्ता के परिवर्तन के लिये ये यात्रा निकाली गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पीडीए चौपाल का भी आयोजन होगा। सपा प्रमुख ने कहा कि आज जिन परिस्थितियों में राजनीति जा रही है और जिस तरीके से संविधान को और लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की जा रही है उसे पीडीए यात्रा के तहत रोकने का काम हम समाजवादी लोग करेंगे। अखिलेश ने कहा कि आज जो ताकतें काम कर रही है वो समाज मे जहर घोल रही है, दूरियां बढ़ा रही हैं।


अखिलेश ने कहा कि अगर एनसीआरबी आंकड़ा देखें तो जब से बीजेपी की सरकार आयी है तबसे पूरे देश मे एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि आज नौजवानों को नौकरी नही मिल रही क्योंकि देश को ऐसी आर्थिक नीतियों की ओर बीजेपी ले जा रही है कि नौकरियां तो खत्म हो ही गई अब सम्मान का रोजगार मिलना भी मुश्किल है। अगर नौजवान सामने आये और अपना सीवी दिखाये तो भी ये सरकार उन्हें वेटर, होटल में नौकरी या सफाई की नौकरी देना चाहती है।


एक सवाल के जवाब में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा को विधानसभा अध्यक्ष नही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चला रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार नही चाहती है कि उसके खिलाफ सदन में कोई सवाल उठे। उन्होंने कहा कि कई मौके आये है जब विपक्ष ने सवाल पूछे है उसका सीधा जवाब भी सरकार ने नही दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में खड़े होकर एक अखबार की कटिंग के आधार पर कहा था कि सपा सरकार में  भर्ती में हेरा फेरी होती थी। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि 46 में से 56 एसडीएम हो गये। उस दिन से लेकर आज तक कई मौकों पर सदन में , मीडिया के बीच और जनता के बीच मैंने पूछा कि वो 46 में 56 वाली सूची कहाँ है। 


अखिलेश ने कहा कि हमारे इस सवाल पर न तो विधानसभा अध्यक्ष ने हमारा सहयोग किया न  ही सरकार ने कोई स्पष्ट जवाब दिया।  इतना ही नही जब हमने शिक्षा, स्वास्थ पर सवाल किया तो सरकार ने कोई जवाब नही दिया। हमने नीति आयोग के आंकड़े रखें, मैगज़ीन के आंकड़े दिये पर सरकार ने कोई जवाब नही दिया और न ही स्पीकर की तरफ से विपक्ष को कोई सहयोग मिला। ये सरकार लोकतंत्र की परंपराओं की धज्जियां उड़ा रही है। इसीलिए हम कह रहे है कि सदन स्पीकर नही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चला रहे है। 


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