नीतीश कुमार ने मुस्कुराते हुए छूए PM मोदी के पैर, तेजस्वी ने जताई आपत्ति
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मोदी के पैर छूते हुए


नवादा : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नवादा में रविवार को एक चुनावी रैली में दिया गया भाषण कई मायनों में दिलचस्प रहा. अपने 25 मिनट के संबोधन में उन्होंने कुछ बातें मजाकिया अंदाज में भी कही और आखिर में उन्हें मंच पर बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूते भी देखा गया. राजद विधायक तेजस्वी यादव ने भी इस बारे में प्रतिक्रिया दी और कहा कि उन्हें बहुत बुरा लगा है.

प्रधानमंत्री, जो स्पष्ट रूप से नीतीश कुमार का भाषण ख़त्म होने का इंतज़ार कर रहे थे, उन्हें उनसे गुफ्तगू करते हुए सुना गया. एनडीटीवी के मुताबिक, उन्हें सुनने वाले एक नेता ने पीएम मोदी के हवाले से कहा, “आपने इतना अच्छा भाषण दिया कि मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा.” इस पर मुख्यमंत्री मुस्कुराते हुए झुके और उनके पैर छू लिए.

सीएम नीतीश कुमार का यह भाषण कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. खासकर वह हिस्सा, जहां मुख्यमंत्री को यह कहते हुए सुना जा रहा है कि आने वाले आम चुनावों में लोग अपना सारा वोट प्रधानमंत्री को देंगे, जो “चार ला – (खुद को जांचते हैं) 4000 सांसदों के साथ वापस आएंगे”. लोकसभा की कुल सदस्य संख्या 543 है और पीएम मोदी ने एनडीए के लिए आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी के लिए 370, जबकि एनडीए 400 से ज्यादा सीटों का लक्ष्य दिया है.

नीतीश कुमार द्वारा पीएम मोदी के पैर छूने को लेकर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “आज मैंने नीतीश कुमार की एक तस्वीर देखी जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छुए…हमें बहुत बुरा लगा. ये क्या हो गया? नीतीश कुमार हमारे अभिभावक हैं. नीतीश कुमार जितना अनुभवी कोई दूसरा मुख्यमंत्री नहीं है और वह प्रधानमंत्री मोदी के पैर छू रहे हैं…”

दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि आम चुनाव के लिये पार्टी की ओर से जारी घोषणापत्र में ‘तुष्टिकरण की राजनीति’ की बू आ रही है और ये ऐसा है मानो इसे मुस्लिम लीग लेकर आई है. बिहार के नवादा जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की भी आलोचना की.

उन्होंने कहा, “कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद कोई छोटा नहीं है. वह कहते हैं कि संविधान के अनुच्छेद 370 का राजस्थान से क्या लेना-देना है. यह टुकड़े-टुकड़े गैंग की मानसिकता है. उनके विचार राजस्थान और बिहार के सुरक्षाकर्मियों का अपमान है, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए प्राण गंवाए और उनके शव तिरंगे में लिपटे हुए वापस आए.”

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