कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे बुरा मध्य प्रदेश में हुआ जहां पार्टी सत्ता में वापसी को लेकर आश्वस्त थी. लेकिन, राज्य में कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी के पास भाजपा के सोशल इंजीनियरिंग और कल्याणकारी योजनाओं का कोई विकल्प नहीं था.