सोमवार को दोपहर ऐतिहासिक सिद्धपीठ गालापुर वटवासिनी महाकाली मन्दिर प्रांगण में बैठक किया गया जिसमें नवरात्रि के सप्तमी के पावन अवसर पर 51000 दीपों का दीपदान कर दीपोत्सव कार्यक्रम के आयोजन हेतु तैयारीकर कार्ययोजना बनाकर रणनीति बनाई गई।