लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं महंगाई तगड़ा झटका लगने वाला है. UPPCL की तरफ से नियामक आयोग में ईंधन अधिभार लगाने के लिए एक प्रस्ताव दाखिल किया गया है. प्रस्ताव के मंजूर होते ही बिजली उपभोक्ताओं को 28 पैसे प्रति यूनिट से लेकर 1.09 रुपये प्रति यूनिट तक बिजली महंगी मिलेगी.
गौरतलब है उत्तर प्रदेश राजस्व वसूली में पीछे जा रहा है, इसलिए यूपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड ने इसका बोझ उपभोक्ताओं पर डालने की तैयारी में है. बिजली के दाम बढ़ाए जाने को लेकर उपभोक्ता परिषद ने ऐतराज भी जताया था और कहा गया है कि विद्युत निगमों पर उपभोक्ताओं का 30 पैसे प्रति यूनिट अभी भी निकल रहा है. पहले इसका भुगतान किया जाए तभी बढ़ोत्तरी की बात हो.
फिलहाल कारपोरेशन के इस प्रस्ताव पर उपभोक्ता परिषद ने नियामक आयोग में एक लोक महत्व प्रस्ताव दाखिल किया है. विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अभिषेक वर्मा ने कहा कि कारपोरेशन के इस प्रस्ताव को किसी भी हालत में पास नहीं होने दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि प्रस्ताव पूरी तरह से असंवैधानिक है. इसमें 2020 के कानून का फॉर्मूले का पालन नहीं किया गया है. अगर फॉर्मूले का पालन किया गया होता तो उपभोक्ताओं को 30 पैसे प्रति यूनिट का फायदा मिलता. क्योंकि उपभोक्ताओं का विद्युत निगमों पर पहले से ही करीब 33122 करोड़ सरप्लस निकल रहा है.