भाजपा ने कैसरगंज से बृजभूषण के बेटे को दिया टिकट, रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह मैदान में
करण भूषण सिंह और दिनेश प्रताप सिंह


लखनऊ :  लंबे इंतजार के बाद भाजपा ने रायबरेली और कैसरगंज सीट से अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह और कैसरगंज से बृजभूषण शरण के बेटे को टिकट दिया है. दिनेश प्रताप सिंह ने 2019 का लोकसभा चुनाव सोनिया गांधी के खिलाफ लड़ा था। वह 2019 में सोनिया गांधी से 1.6 लाख वोटों से चुनाव हार गए थे। वहीं कैसरगंज से बीजेपी ने मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण को टिकट दिया है। 

कैसरगंज से मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के दो बेटे, प्रतीक भूषण सिंह और करण भूषण सिंह हैं। प्रतीक भूषण गोंडा से विधायक हैं और करण भूषण सिंह पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले इनकी कोई राजनीतिक भागीदारी नहीं रही है। करण भूषण सिंह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। वह पहले 2018 में यूपी कुश्ती संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रह चुके हैं। कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की। करण भूषण सिंह ने कहा कि मैं यहां बजरंगबली का आशीर्वाद लेने आया हूं। वह मेरे गुरु हैं। 

बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मैं इसके लिए पार्टी को धन्यवाद देता हूं। कल नामांकन दाखिल किया जाएगा। वहीं उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट रायबरेली पर भाजपा ने योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। सात चरण के आम चुनाव के पांचवें दौर में 20 मई को कैसरगंज, अमेठी और रायबरेली निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा।
 
उड़ीसा से छह और भाजपा प्रत्याशी घोषित
 इसके साथ ही भाजपा ने ओडिशा विधानसभा चुनाव को लेकर भी अपने 6 उम्मीदवारों की पांचवी सूची जारी कर दी है. पार्टी ने घासीपुरा विधानसभा से शंभूनाथ राउत, भोगराई से आशीष पात्रा, भंडारीपोखरी से सुधांशु नायक, बरी से उमेश चंद्र जेना, बाराबती कटक से पूर्णचंद्र महापात्र और बेगुनिया विधानसभा से प्रकाश चंद्र रणबिजुली को चुनावी मैदान में उतारा है। 

राहुल के लिए आनलाइन फार्म खरीदे जाने की चर्चा
अमेठी में कांग्रेस से नामांकन पत्र लेने को लेकर दिन भर गहमागहमी रही। हर कोई कलेक्ट्रेट में इंतजार करता दिखा लेकिन, शाम तक कोई नहीं आया। सियासी गलियारों में यह चर्चा आम है कि ऑनलाइन नामांकन पत्र लिया गया है लेकिन, इसकी कोई भी कांग्रेस का नेता पुष्टि नहीं कर रहा है। हालांकि नामांकन पत्र लेने के सवाल पर अधिवक्ता केसी कौशिक का कहना है कि नामांकन पत्र खरीदने के लिए चालान जमा करना जरूरी नहीं है। चालान को इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। चालान जमा करना जरूरी नहीं है। इससे पहले गुरूवार को सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा, मनोज मट्ïटू आदि के पहुंचने से सियासी माहौल गरमाया रहा। 

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