वॉशिंगटन/तेहरान : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के खिलाफ अपनी तैयारियां तेज कर दी है. उन्होंने ईरान के खिलाफ ऐसा प्लान तैयार किया है, जो दुश्मन के होश उड़ा दे. खबर है कि ट्रंप ने उस एयरक्राफ्ट कैरियर को फारस की खाड़ी में तैनात किया है, जिसने अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के शव को समुद्र में दफन किया था. जी हां, अमेरिकी नौसेना का USS कार्ल विंसन अब ईरान की नाक के नीचे पहुंचने वाला है. वहीं अमेरिका और इजरायल मिलकर तेहरान को सबक सिखाने की तैयारी में हैं.
द सन ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अगर ईरान नया परमाणु समझौता करने में नाकाम रहा, तो अमेरिका और इजरायल मिलकर एक जोरदार हमला करेंगे. इजरायल पर हमले के बाद से ही मिडिल ईस्ट में अराजकता बढ़ी हुई है और ट्रंप इसका बदला लेने के मूड में हैं. फ्रांस के विदेश मंत्री ने साफ कर दिया है कि अगर नया परमाणु समझौता नहीं हुआ तो जंग ‘लगभग तय’ है.
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप डबल गेम खेल रहे हैं. वाइट हाउस ईरान से अप्रत्यक्ष बातचीत कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ ट्रंप अपनी सैन्य ताकत दिखाकर दबाव बढ़ा रहा है. ओसामा को दफन करने वाला USS कार्ल विंसन 9 अप्रैल तक फारस की खाड़ी में पहुंच सकता है. अमेरिका का USS हैरी एस ट्रूमैन पहले से ही वहां मौजूद है, जो ईरान समर्थक हूती आतंकियों पर हमले कर रहा है.
ईरान को बॉम्बर से धमकी
अमेरिका ने ईरान को चेतावनी देने के लिए रडार की पकड़ में न आने वाले स्टील्थ बॉम्बर भी दिखाए हैं. अमेरिका ने अपने एक तिहाई बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स को हिंद महासागर के डिएगो गार्सिया में तैनात कर दिया है. सैटेलाइट तस्वीरें दिखाती हैं कि 20 में से 6 B-2 स्पिरिट्स अब ईरान की ओर निशाना साधे खड़े हैं.ये स्टील्थ बॉम्बर इतने ताकतवर हैं कि ईरान के परमाणु ठिकानों को जमीन के अंदर ही तबाह कर सकते हैं. इसके अलावा अमेरिका के स्ट्रैटोटैंकर विमान भी तैयार हैं, जो हवा में ईंधन भर सकते हैं. यह बी-2 बॉम्बर को 4000 किमी तक उड़ान में सपोर्ट करेगा.
ईरान भी दे रहा धमकी
अमेरिका की धमकी से ईरान को कोई फर्क नहीं पड़ रहा. ‘शिया देश’ पीछे हटने वालों में से नहीं है. ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका ने कोई गलत कदम उठाया तो उसके बेस को तबाह कर दिया जाएगा. ईरान के एक टॉप जनरल ने कहा है कि अमेरिका कांच के घर में बैठा है, इसलिए उसे पत्थर नहीं फेंकने चाहिए. हालांकि ट्रंप ने ईरान को दो महीनों की मोहलत दी है. उसने कहा है कि या तो नया परमाणु समझौता करो, या फिर हमले के लिए तैयार रहो.
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ईरान को बॉम्बर से धमकी
अमेरिका ने ईरान को चेतावनी देने के लिए रडार की पकड़ में न आने वाले स्टील्थ बॉम्बर भी दिखाए हैं. अमेरिका ने अपने एक तिहाई बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स को हिंद महासागर के डिएगो गार्सिया में तैनात कर दिया है. सैटेलाइट तस्वीरें दिखाती हैं कि 20 में से 6 B-2 स्पिरिट्स अब ईरान की ओर निशाना साधे खड़े हैं.ये स्टील्थ बॉम्बर इतने ताकतवर हैं कि ईरान के परमाणु ठिकानों को जमीन के अंदर ही तबाह कर सकते हैं. इसके अलावा अमेरिका के स्ट्रैटोटैंकर विमान भी तैयार हैं, जो हवा में ईंधन भर सकते हैं. यह बी-2 बॉम्बर को 4000 किमी तक उड़ान में सपोर्ट करेगा.
ईरान भी दे रहा धमकी
अमेरिका की धमकी से ईरान को कोई फर्क नहीं पड़ रहा. ‘शिया देश’ पीछे हटने वालों में से नहीं है. ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका ने कोई गलत कदम उठाया तो उसके बेस को तबाह कर दिया जाएगा. ईरान के एक टॉप जनरल ने कहा है कि अमेरिका कांच के घर में बैठा है, इसलिए उसे पत्थर नहीं फेंकने चाहिए. हालांकि ट्रंप ने ईरान को दो महीनों की मोहलत दी है. उसने कहा है कि या तो नया परमाणु समझौता करो, या फिर हमले के लिए तैयार रहो.
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